Romantic shayari |
मंज़िल मिले ना मिले यह तो
मुक़द्दर की बात है
हम कोशिश भी ना करें यह
तो गलत बात है
Romantic shayari |
सब अपने से लगते है
मैं भी कितना सीधा हूँ
Romantic shayari |
अपने आपको ऐसा बना लो के कोई
तुम्हारे साथ हो ना हो तुम्मे
किसी चीज़ का ग़म ना हो
Romantic shayari |
फासला इसलिये रखा मैंने
क्युकी करीब वो किसी और की थी
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